Kalpavriksha News: बिहार के औरंगाबाद जिले में कुटुंबा प्रखंड के एक छोटे से गांव में कल्पवृक्ष मिला है, इस वृक्ष का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो दूर-दूर से लोग इसे देखने के लिए आने लगे है| वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बिहार ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और झारखंड के लोग भी औरंगाबाद के कुटुंबा में इस वृक्ष को देखने के लिए और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए आ रहे हैं |
इस पोस्ट जरुरी लेख
औरंगाबाद में कहां मिला है कल्पवृक्ष ?
औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के परता गांव में Kalpavriksha की पहचान हुई है, इस वृक्ष के पास देवी मंदिर और भगवान शिव का मंदिर है, इस जगह की दूरी औरंगाबाद से लगभग 17 किलोमीटर है, गांव के ग्रामीण का कहना है कि यह वृक्ष को लोगों ने पहले सामान्य वृक्ष समझ कर छोड़ दिया था, लेकिन जैसे ही ग्रामीणों को पता चला कि या कोई साधारण पेड़ नहीं बल्कि कल्पवृक्ष है, तो आसपास के क्षेत्र में खबरें फैलने लगी है |
Kalpavriksha क्या होता है?

Senior Citizen Schemes In India: बुजुर्गों को मिलेगा ₹6000 पेंशन के साथ-साथ फ्री इलाज और ट्रेन यात्रा
Apply Now
भारतीय संस्कृति के अनुसार कल्पवृक्ष को लोग स्वर्ग लोक का वृक्ष भी कहते हैं इस धरती पर होना बहुत ही दुर्लभ माना जाता है पुराणों के अनुसार कहा जाता है कि जब समुद्र मंथन हुआ था तब इस वृक्ष का जन्म हुआ था, पुराणों में इसका उल्लेख कई बार मिलता है और देवी देवताओं से भी जुड़ी कथाओं में इसका उल्लेख किया गया है.
Kalpavriksha को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ने लगी
जैसे ही लोगों को यह बात पता चले कि औरंगाबाद के अंबा प्रखंड में Kalpavriksha देखा गया है तो आसपास के लोग इसे देखने के लिए पहुंचने लगे और धीरे-धीरे पूरे बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड और उत्तर प्रदेश से भी लोग देखने के लिए आने लगे, अभी के समय में अंबा प्रखंड के परत गांव में एक आस्था का केंद्र बन गया है प्रतिदिन सैकड़ो लोग यहां आते हैं और कल्पव वृक्ष से अपनी मनोकामनाएं पूरी होने का दुवा मांगते हैं|