औरंगाबाद बिहार के कुछ रोचक तथ्य जो आप नहीं जानते होंगे

By Rang Media Team

Published On:

Follow Us

औरंगाबाद बिहार इतिहास

औरंगाबाद बिहार का इतिहास कई वर्षों पुराना है औरंगाबाद बिहार पहले मगध साम्राज्य का हिस्सा था यहां पर गढ़वाल, गुप्त ,मौर्य वंश का शासन भी रहा था, औरंगाबाद को बिहार को “चित्तौड़गढ़” भी कहा जाता है क्योंकि सूर्यवंशी वंश के राजपूतों की काफी ज्यादा यहां पर आबादी है.

औरंगाबाद के बिहार धार्मिक स्थल

देव सूर्य मंदिर का महत्व

औरंगाबाद से लगभग 22 किलोमीटर दूर देव सूर्य मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है यहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु छठ पूजा करने के लिए आते हैं यहां पर छठी माई और सूर्य भगवान की पूजा की जाती है.

उमगा सूर्य मंदिर

उमगा सूर्य मंदिर भी यहां की प्रशीनों मंदिर में से एक हैकहा जाता है कि उनका सूर्य मंदिर और देव सूर्य मंदिर का निर्माण एक ही रात में हुआ था इसलिए यहां हर हर साल बसंत पंचमी के दिन लाखों श्रद्धालु उमगा सूर्य मंदिर (Umga Surya Mandir) जाकर उमेश्वरी माता का दर्शन करते हैं.

औरंगाबाद बिहार की बोली जाने वाली भाषा

औरंगाबाद बिहार मेंबहुत ही सरल और मीठी भाषा बोली जाती है यहां पर हिंदी और मगही भाषा बोली जाती है मगही भाषा यहां की बोलचाल की भाषा है जिसे लोग गांव में ज्यादा बोलते हैं.

Rang Media Team

रंग मीडिया ग्रुप की टीम आप सभी दर्शकों के लिए प्रतिदिन मनोरंजन, राजनीति, खेल इत्यादि कई सारे कैटेगरी के न्यूज़ बनाती रहती है, हमारी कोशिश रहती है कि आप तक ज्यादा से ज्यादा खबर पहुंचती रहे और आपको हर तरीके का जानकारी मिलते रहे |

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment